4 Best moral stories for children in Hindi

कहानी बच्चो को बहुत पसंद आती है लेकिन बच्चो को ऐसी कहानी पढ़नी और सुननी चाहिए जिस मे कोई moral छिपा हो ।इसलिए आज हम आप के लिए लाए है Moral stories for children in Hindi .

Moral stories for children in Hindi

लालची शेर

एक बार की बात है, एक ह जंगल में, लियो नाम का एक शेर रहता था। वह शक्तिशाली और खरनाक था जिसके कारण उसे जंगल का राजा कहा जाता था। लियो में एक कमी थी- वह बहुत लालची था। जो उसके पास था वो उससे कभी भी संतुष्ट नहीं होता था और हमेशा और ज्यादा की कामना करता था।

एक दिन, लियो ने जानवरों के एक झुण्ड को एक बड़े पेड़ के पास एक साथ बैठे हुए देखा। लियो जानने की जिज्ञासा से उनके पास पंहुचा । लियो ने देखा कि कि जानवर फलों और सब्जियों की भरपूर पैदावार होने का जश्न मना रहे थे। वे आपस में एक दूसरे के साथ मिल बाँटकर भोजन कर रहे थे।

इतने सारे भोजन को देखकर शेर के मन मे लालच आ गया और उसने सारा भोजन अकेले खाने की सोची । इसलिए लियो बाकी जानवरों के साथ मित्रतापूर्ण व्यवहार करने का ढोंग कारने लगा।उसने जानवरों से कहा कि वो दावत मे उनकी सहायता करना चाहता है। जानवरों ने उसे दावत मे शामिल कर लिया।

लेकिन जल्द ही, बुद्धिमान बूढ़े कछुए ने लियो के इरादों को भांप लिया। शेर के लालच को समझते हुए कछुए ने उसे सबक सिखाने का फैसला किया।

“प्रिय लियो,” कछुए ने कहा, “ऐसा लगता है कि आप साझा करने और उदारता का सही अर्थ भूल गए हैं। सच्ची खुशी देने से आती है, केवल लेने से नहीं।”लेकिन लियो ने अपनी ताकत के घमंड मे कछुवे का मज़ाक उड़ाना शुरू कर दिया।

लेकिन कछुवे ने बुद्दिमानी दिखाते हुए सारे ताज़े भोज़न को बासी भोज़न से बदलवा दिया।

इसके बाद लियो धीरे धीरे सारा भोजन खाने लगा और उसने दूसरे जानवरों के साथ कुछ भी नहीं बांटा और सारा भोजन खुद ही खा लिया ।

अचानक लियो को अपने पेट में तेज दर्द महसूस हुआ। जब उसने महसूस किया कि उसने जो खाना खाया था वह खराब हो गया है तो वह दर्द से कराह उठा।

इसके बाद कछुआ लियो के पास गया और कहा, “जो खाना तुमने खाया था वह खराब हो गया था लेकिन लालच के कारण तुमने सारा खाना खा लिया । लालच शून्यता की ओर ले जाता है, लेकिन दया और साझेदारी सच्ची तृप्ति लाती है।”

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यह सुनकर लियो को पश्चाताप हुआ, लियो ने अपने स्वार्थी व्यवहार के लिए जानवरों से माफ़ी मांगी। उस दिन से, उसने अपने तरीके बदलने और एक उदार और सबकी देखभाल करने वाला राजा बनने की कसम खाई।

जानवरों ने लियो को माफ कर दिया, और साथ में उन्होंने एक और दावत का आयोजन किया, जहां सभी ने भोजन को समान रूप से बांटा। लियो ने देने के आनंद को महसूस किया और समझा कि सच्ची खुशी निःस्वार्थता से आती है, लालच से नहीं।

शिक्षा: सबसे मिल बाँट कर खाना और उदारता ऐसे गुण हैं जो सच्ची खुशी और तृप्ति लाते हैं, जबकि लालच दुख की ओर ले जाता है।

बच्चो के लिए शिक्षाप्रद कहानी

 

कछुआ और खरगोश

4 Best moral stories for children in Hindi  – एक बार की बात है एक कछुआ और एक खरगोश  जंगल मे रहते थे। खरगोश बहुत तेज भागता था और उसे अपनी गति पर घमंड  था। वह अक्सर शेखी बघारता था कि उसे दौड़ में कोई हरा नहीं सकता।

एक दिन कछुआ खरगोश की बड़ी बड़ी बाते सुनकर थक गया। उसने खरगोश को एक दौड़ के लिए चुनौती दी, और खरगोश ने यह सोचकर स्वीकार कर लिया कि कछुवा तो बहुत धीमे चलता है इसे हराना तो आसान है। दौड़ देखने के लिए जंगल के जानवर इकट्ठे हो गए।

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दौड़ शुरू होते ही खरगोश तेजी से आगे बढ़ गया और कछुआ बहुत पीछे छूट गया। खरगोश को अपनी गति पर इतना घमंड था कि उसे लगा कछुवा उसे कभी हरा नहीं सकता इसलिए उसने एक पेड़ के नीचे कुछ देर सोने का फैसला किया।

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इस बीच, कछुआ धीरे-धीरे और लगातार चलता रहा। वह रुका नहीं या विचलित नहीं हुआ; वह बस आगे बढ़ता रहा, कदम दर कदम।

जब खरगोश अपनी नींद  से उठा और उसने चारों ओर देखा, तो कछुए को फिनिश लाइन के पास देखकर वह चौंक गया। वह जितनी तेजी से दौड़ सकता था दौड़ा, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। कछुआ सबसे पहले फिनिश लाइन पार कर चुका था।

शिक्षा : अगर आप धीरे धीरे भी लगातार कार्य करते हो तो आप को एक न एक दिन मंजिल ज़रूर मिलेगी।

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चींटी और  टिड्डा

Best moral stories for children in Hindi -एक बार एक चींटी और एक टिड्डा एक ही खेत में रहते थे। चींटी मेहनती थी और हमेशा भोजन इकट्ठा करने और आने वाली सर्दियों की तैयारी में व्यस्त रहती थी। दूसरी ओर, टिड्डे को भविष्य की चिंता किए बिना गाना, खेलना और वर्तमान क्षण का आनंद लेना पसंद था।

जैसे-जैसे दिन छोटे और ठंडे होते गए, चींटी बहुत परिश्रम करती रही और भोजन का भंडारण करती रही और एक आरामदायक रहने की जगह का निर्माण करती रही । जबकि , टिड्डे ने भविष्य के बारे में नहीं सोचा और खेलने कूदने मे सारा समय बीता दिया।

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जब सर्दियाँ आयीं तो खेत  बर्फ से ढका गया, और खाने के लिए कुछ भी नहीं बचा । टिड्डा, जिसने  ठंडी की तैयारी नहीं की थी , भूखा और ठंड से बेहाल  था। हताश और कांपता हुआ टिड्डा चींटी के पास गया और भोजन मांगा।

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चींटी ने कठोर लेकिन करुणामय आवाज के साथ, टिड्डे से पूछा कि उसने गर्मी के महीनों में मेहनत करके सर्दी की तैयारी क्यों नहीं की। टिड्डे को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने स्वीकार किया कि वह मूर्ख और गैरजिम्मेदार था।

चींटी को टिड्डे पर दया आ गई और उसने अपना कुछ भोजन बांट लिया। हालांकि, चींटी ने  टिड्डे को कड़ी मेहनत, योजना बनाने और भविष्य के लिए तैयार रहने के महत्व के बारे में एक बहुत ज़रूरी सबक भी सिखाया।

शिक्षा-इस कहानी से सीख मिलती है कि सफलता के लिए कड़ी मेहनत और तैयारी जरूरी है।

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 थ्री लिटिल पिग्स

Moral stories for children in Hindi -एक बार की बात है, तीन छोटे सूअर थे जो अपनी माँ के साथ रहते थे। वे इतने बढ़े हो गए थे कि वो अपना घर खुद बना सकें। तो उनकी माँ ने उन्हें अलविदा कहकर चली गई  और उन्हें कड़ी मेहनत करने और सावधान रहने को कहा।

पहला छोटा सुअर आलसी था और सारा दिन खेलता रहता था। उसने अपना घर घास से बनाने का फैसला किया क्योंकि यह जल्दी और आसानी से बन जाता और छोटे सूअर को खेलने का बहुत समय मिल जाता। दूसरा छोटा सुअर थोड़ा बहुत  मेहनती था इसलिए उसने अपना घर लकड़ी  से बनाया। तीसरा छोटा सुअर बुद्धिमान और मेहनती था। वह एक मजबूत घर के महत्व को जानता था, इसलिए उसने अपना घर ईंटों से बनाने का फैसला किया, जिसमें बेसक से अधिक समय लगता लेकिन घर बहुत ही मजबूत होगा।

एक दिन, एक भेड़िये ने घास और लकड़ी से बने दो कमजोर घरों को देखा। उसने सोचा कि यह एक आसान भोजन होगा। वह पहले घर में गया और आसानी से घर को तोड़ दिया यह देखकर भयभीत छोटा सुअर अपने भाई के घर भाग गया।

Moral stories for children in Hindi

भेड़िया तब लकड़ी  से बने दूसरे घर में गया और उसे भी आसानी से तोड़ दिया। दूसरा छोटा सुअर भी अपने भाई के ईंट के घर की ओर भागा।

भेड़िया, अपना भोजन पाने के लिए, ईंटों से बने तीसरे घर में गया और एक बार फिर घर को तोड़ने की कोशिश की । लेकिन वह घर को नहीं  तोड़ सका।

यह महसूस करते हुए कि वह अंदर नहीं जा सकता, भेड़िया छत पर चढ़ गया और चिमनी से नीचे उतरने की कोशिश करने लगा। चालाक छोटे सुअर ने  चिमनी के नीचे उबलते पानी का एक बर्तन रख दिया ।जैसे ही भेड़िया नीचे गिरा, वह सीधे उबलते पानी में गिर गया और दर्द से कराह उठा। इसके बाद  भेड़िया वहां से भाग गया।

तीन छोटे सूअरों ने एक मूल्यवान सबक सीखा। पहले सुअर ने सीखा कि आलस्य परेशानी का कारण बनता है, दूसरे सुअर ने सीखा कि शॉर्टकट हमेशा काम नहीं करते, और तीसरे सुअर ने सीखा कि कड़ी मेहनत और दृढ़ता का हमेशा फल मिलता है। अब वे हमेशा के लिए अपने मजबूत ईंट के घर में खुशी से रहने लगे।

शिक्षा: थ्री लिटिल पिग्स की कहानी हमें सिखाती है कि कड़ी मेहनत से उचित परिणाम मिलता है।

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